प्रदीप कुमार गांगले
खरगोन। बायोरे एसोसिएशन, फिबल स्वीटजरलैंड और रेमाई इन्डिया ने मिलकर महिला दिवस के अवसर पर महिलाओ मे स्वास्थ जनजागरण हेतु स्वास्थ पत्रक व कामिक बुक इत्यादि का वितरण किया, डा. सायना ने महिला स्वास्थ पर एक उद्बोधन भी दिया, उन्होंने पुरुषो को संदेश दिया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महज एक दिन का नही है, मासिक धर्म आने से महिलाओं के स्वस्थ में काफी उतार चढ़ाव आते हैं, इसे पुरुषो को समझना हए। आगे बताया कि मासिक धर्म आने पर महिलाओ प्रति गलत अवधारणाएं न रखे, जैसे पूजा न करने खाना, ओर कार्यक्रम में सहभागिता न करने देना।
साथ ही एक नाटक के माध्यम से
यह संदेश देने की कोशिश की गई की रासयनिक खेती से होने वाले दुष्परिणामो से बचने के लिऐ जैविक खेती अपनाई जाऐ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि निमाड अभ्युदय श्नर्मदालयर की संस्थापक एवम् मुखिया पुज्यनिया चा िभारती दीदी रहे।
उन्होने भी महिला स्वास्थ व जैविक खेती पर अपने महत्वपूर्ण विचार रखे।
कार्यक्रम मे जैविक खेती से संबंधित किसान परिचर्चा व मिट्टी की गुणवत्ता सुधार इत्यादि विषयो पर भी उद्बोधन दिये गये।
कार्यक्रम मे रेमाई इन्डिया के मैनेजिंग डायरेक्टर विवेक रावल, बायोरे एसोसिऐशन के सीओओ आशिष जोशी, व किसान अध्यक्श श्री माधव पाटीदार तथा फिबल स्वीटजरलैंड की टीम व कर्मचारीगण उपस्थित रहे। आभार प्रदर्शन माधव पाटीदार ने किया।