प्रदीप कुमार गांगले
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से मिली मदद
हर युवा का सपना होता है कि पढ़ लिखकर शासकीय सेवा में जाए। ऐसा ही सपना देवेन्द्र ने भी देखा था। यह सपना पूरा नहीं होने पर वह रोजगार की तलाश में भटकता रहता था। आर्थिक परिस्थितियां उसकी राह में रोड़ा बन जाती थी। लेकिन कहा जाता है कि जहां चाह होती है वहां राह निकल ही आती है। देवेन्द्र के साथ ही ऐसा ही हुआ। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम का लाभ लेकर वह एक उद्यमी बन गया है और 08 अन्य लोगों को रोजगार देने में सक्षम हो गया है।
खरगोन जिले के ग्राम पिपरी के निवासी युवक देवेन्द्र कुमार सेन ने कृषि संकाय से बी.एस-सी. करने के बाद शासकीय सेवा में जाने के लिए कड़ी मशक्कत की लेकिन कामयाबी नहीं मिलने पर खेती के अपने पुश्तैनी कार्य में लग गया। उसके पिता परम्परागत रूप से खेती का कार्य करते थे। देवेन्द्र कृषि से संबंधित व्यवसाय करना चाहता था। लेकिन पूंजी की समस्या आड़े आ रही थी। ऐसे में उसके लिए प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से 20 लाख रुपये का ऋण बड़ी मदद लेकर आया। इस राशि से उसने खाद्य एवं पेस्टीसाइड निर्माण उद्योग स्थापित किया है।
कम समय में ही देवेन्द्र का यह उद्योग चल निकला है। अपने इस उद्योग से वह 08 से 10 लोगों को रोजगार भी दे रहा है। इस उद्योग से उसे हर माह 01 लाख 50 हजार रुपये तक की आय हो जा रही है। देवेन्द्र की आर्थिक स्थिति में बहुत सुधार आ गया है और अच्छी खासी आय होने से बैंक ऋण की किस्त भी समय पर जमा कर रहा है।
देवेन्द्र को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत सेंट्रल बैंक ऑफ इण्डिया शाखा नूतन नगर खरगोन द्वारा 20 लाख रुपये का ऋण दिया गया है। इसमें उसे 07 लाख रुपये की मार्जिन मनी भी प्राप्त हुई है। इस योजना में देवेन्द्र का प्रकरण तैयार कर ऋण स्वीकृत कराने में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के सहायक प्रबंधक राजीव बर्डे का सराहनीय योगदान रहा है।